अयोध्या के भव्य राम मंदिर का संरचनात्मक इतिहास
Ayodhya Ram Mandir location :- अयोध्या राम मंदिर राम जन्मभूमि अयोध्या मे बनाया गया है जो कि उत्तरप्रदेश ,भारत मे स्थित है। काफी विवादों से घिरा यह भव्य मंदिर सच्ची आस्था से पूर्णत रूप मे आ ही गया।
मन्दिर् की ऊंचाई | 161 फ़ीट |
मन्दिर् की लम्बाई | 360 फ़ीट |
मन्दिर् की चौड़ाई | 235 फ़ीट |
कुल् क्षेत्र | 2.7 एकड़ |
मन्दिर् का स्थापित क्षेत्र | 57,400 sq ft |
मंदिर की शैली | नागर शैली |
कुल् मंजीले | 3 |
प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई | 20 फ़ीट |
ग्राउड फ्लोर (भु-तल्) मे कुल स्तम्भ(pillar) | 160 |
पहली मंजिल मे कुल स्तम्भ(pillar) | 132 |
दूसरी मंजिल मे कुल स्तम्भ (pillar) | 74 |
राम् मंदिर मे कुल द्वार | 12 |
वास्तुकार (Architect) का नाम | चंद्रकांत सोमापुरा, जो कि विख्यात वास्तुकर और “सोमापुरा family of अहमदाबाद” के chief architect हैँ। |
अयोध्या राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन के साथ शुरु हुआ जो कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इसका उद्धघाटन किया गया। मंदिर मे रामलला की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा और यह राम लल्ला मंदिर कहलाया जाएगा।
मन्दिर् के वास्तुकार
मंदिर के वास्तुकार सोमापुरा परिवार से थे।ओर राम मंदिर का ओरिजिनल डिज़ाइन उन्होंने 1988 मे तैयार कर लिया था। सोमापुरा परिवार जो कि अहमदाबाद से हैँ अपने काम के लिए काफी जाने जाते है विश्वभर मे इन्होने 100 से भी ज्यादा मंदिरो के डिज़ाइन बनाये है । सोमनाथ मंदिर जिसमे से एक है।
बाबरी मस्जिद का क्या संबध है राम मंदिर भूमि से
गरिमत है कि राम मंदिर की जगह इस्लामिक बाबरी मस्जिद थी जो कि 6 दिसंबर 1992 को जब “Demolition of Babri Masjid” हुई थी (यानिकी बाबरी मस्जिद की तोड़फोड़) जो कि एक बड़े संघठन “विश्व हिन्दु परिषद” तथा अन्य समीलित संघठनों द्वारा हुई थी क्योंकि हिन्दु रिवाज़ मे अयोध्या शहर श्री राम जी की जन्मभूमि है। और जब “Archeological servey of india ” ने इस जगह की बड़ी गहरी छानबीन की तो उन्होंने बताया कि बाबरी मस्जिद एक Non-islamic structure पर जगह पर बनाई गयी थी।
5 फरवरी 2020 को भारतीय सांसद ने नरेंद्र मोदी सरकार के चलते राम मंदिर बनाने का निर्णय ले ही लिया और उसके दो दिन बाद यानिकि 7 फ़रवरी 2020 को साथ ही मुस्लिम-हिन्दु विवाद को ख़त्म करते हुए दोनो के हित मे सोचते हुए ये सूचना जारी की कि मुस्लिम समुदाय को अयोध्या से 22 किलो मीटर दूर धानपुर गाँव मे 5 एकड़ भूमि मस्जिद बनाने के लिए दी जाती है।